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PCN7 ब्यूरो, पंचकूला। नगर परिषद पंचकूला के पूर्व उपाध्यक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता व हरियाणा स्टेट फार्मेसी काउंसिल के मेंबर बी.बी. सिंगल ने शहर में बरसाती पानी की समस्या हल करने को लेकर अपने स्तर पर मंथन के बाद बुधवार को विधायक व विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को सुझाव पत्र लिखा है।
सिंगल का मानना है कि अगर थोड़ी सी तवज्जो दी जाए तो न सिर्फ जमीनी पानी की रिचार्जिंग में मदद मिलेगी बल्कि शहर में बारिशों के मौसम के दौरान लोगों को पेश आने वाली आफत से भी काफी हद तक राहत मिल सकती है।
सिंगल ने ज्ञानचंद गुप्ता को लिखा है कि बीते तीन दशक के अनुभव को सामने रखकर उन्होंने महसूस किया है कि रेन वाटर हार्वेस्ंिटग सिस्टम को बढ़ावा देकर पंचकूला वासियों को बारिशों के दौरान पानी के जमावड़े के रूप में पेश आने वाली आफत से बचाया जा सकता है।
सिंगल के अनुसार शहर में पानी की सप्लाई के एचएसवीपी के स्तर पर करीब २१५ ट्यूबवेल चलाए जा रहे हैं। हर साल औसतन ५ से 10 फीट जमीनी पानी का लेवल गिर रहा और इन दिनों ६५० फीट गहरे लगाए जा रहे हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए जमीनी पानी भी अगले १० साल तक ही मिल सकता है। दूसरी तरफ बारिशों का पैर्टन भी लगातार बदल रहा है।
पहले तो बारिशें २५ एमएम प्रति घंटे भी होती रही और अब तो कई बार १२० एमएम प्रति घंटे भी। सिंगल का मानना है कि पंचकूला में ड्रेनेज सिस्टम २५ एमएम तक की बारिश के लिए डिजाइन है। लिहाजा ज्यादा बारिश होने पर पानी सेक्टर-८, ९, १० से होता हुआ सेक्टर-१९ के रास्ते पंजाब की तरफ बह जाता है। लिहाजा हर साल तेज बारिशों के दौरान सेक्टर-८, ९, १० और १९ में कई घरों में पानी घुस जाता और घरेलू सामान व फर्नीचर आदि खराब हो जाता है।
सिंगल ने कहा है कि उनका सुझाव है कि शहर के चौराहों समेत कुछ और उचित जगहों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग वेल बनाएं जाएं ताकि तेज बारिशों के दौरान काफी पानी उन वेल्स के जरिए जमीन में उतर सके। इससे काफी मात्रा में पानी निचले सेक्टरों की तरफ जाने से रुक जाएगा जो नुक्सान भी कम करेगा।