माता वैष्णो देवी यात्रियों की अब नियमित रूप से ट्रैकिंग होगी। श्राइन बोर्ड की ओर से जल्द ही रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान पत्र (आरएफआईडी) देने की व्यवस्था शुरू होने जा रही है। इससे यात्रियों की आवाजाही पर नजर रखी जा सकेगी। लोकेशन ट्रैक होने से आपात स्थिति में सभी आवश्यक कदम उठाए जा सकेंगे। इस साल एक जनवरी को मंदिर मार्ग पर भगदड़ मचने से 12 लोगों की जान चली गई थी और 16 अन्य घायल हुए थे। इसी हादसे को देखते हुए ये उपाय किए गए हैं। मंदिर मार्ग पर इस तरह का यह पहला हादसा था जिसके बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शत-प्रतिशत ऑनलाइन पंजीकरण समेत कई कदमों की घोषणा की थी।