चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने पंजाब में अकेले चुनाव लडऩे का फैसला ले लिया है। लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के बीच सहमति नहीं बन पाई। पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ ने वीडियो संदेश के जरिये साफ कर दिया है कि पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी। जानकारी के अनुसार, अकाली दल की ओर से साझा चुनाव लडऩे के लिए कुछ ऐसे प्रस्ताव रखे गए थे जो भाजपा केे शीर्ष नेतृत्व को नागवार गुजरे।जाहिर है कि अब दोनों बड़ी पार्टियां अपने -अपने उम्मीदवार तय करके घोषणा कर देंगी। जानकारी के अनुसार, भाजपा नेतृत्व को अकाली दल की कोर कमेटी के पारित प्रस्ताव में कई मुद्दों पर सख्त आपत्ति थी। कारण यह था कि कई मुद्दे राष्ट्रवाद से जुड़े हुए हैं। जिसमें एनएसए को खत्म करने, फिरोजपुर व अटारी बॉर्डर को खोलने जैसे मुद्दों पर भाजपा, अकाली दल के साथ सुर नहीं मिला रही था। भाजपा के पंजाब के सहप्रभारी डॉ. नरिंदर रैना भी पहले ही कह चुके थे कि भाजपा का मुद्दा राष्ट्रवाद है और इस पर पार्टी कभी समझौता नहीं कर सकती।