देश में जल्द ही शुगर, दिल और गुर्दे के इलाज में काम आने वाली कई महत्वपूर्ण दवाइयां सस्ती हो सकती हैं. केंद्र सरकार ने इन दवाओं की कीमतों में कटौती करने के लिए ट्रेड मार्जिन को फिक्स करने की तैयारी कर ली है. ट्रेड मार्जिन दरअसल, मेन्यूफेक्टचर्र की ओर से जारी होने वाली थोक बिक्री मूल्य और उपभोक्ता को मिलने वाले अधिकतम खुदरा मूल्य के बीच का अंतर होता है. ड्रग प्राइस वॉचडॉग नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) पिछले कई महीनों से इस योजना पर काम कर रहा है.