केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से एक फरवरी को बजट पेश किया जाने वाला है। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट होने वाला है। इस कारण बजट में कई महत्वपूर्ण ऐलान हो सकते हैं। ऐसे में आपके लिए बजट को समझना जरूरी है। सकल घरेलू उत्पाद (GDP) किसी भी देश की भौगोलिक सीमाओं के अंदर एक वित्त वर्ष में उपयोगकर्ता द्वारा उपभोग की जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं का मौद्रिक मूल्य होता है। इसमें सरकार की ओर से प्रदान की जाने वाली रक्षा, शिक्षा, हेल्थ सर्विसेज को भी शामिल किया जाता है।
बजट पेश होने के दौरान कई बार आपको नॉमिनल जीडीपी और रियल जीडीपी जैसे शब्द सुनाई देंगे। एक वित्त वर्ष में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं की गणना बाजार मूल्य पर भी की जाती है, जो वैल्यू आपके प्राप्त होती है, उसे नॉमिनल जीडीपी कहा जाता है। इसमें महंगाई और मंदी दोनों को शामिल किया जाता है। वहीं, रियल जीडीपी में एक वित्त वर्ष में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं की गणना आधार वर्ष के आधार पर की जाती है और इससे जो वैल्यू प्राप्त होती है, उसे रियल जीडीपी कहा जाता है।