गुजरात के रहने वाले दिव्यांग छात्र करन कानाखारा ने अपना ग्रेजुएशन खत्म करने से पहले IIM के लिए होने वाले एडमिशन टेस्ट CAT को क्लियर कर लिया है. करन ने 20 साल की उमर में यह कारनामा कर दिखाया है. उन्हें अपने केट के नतीजों के बाद IIM कोलकाता में एडमिशन मिल रहा है. करन उन युवाओं में से है जिन्होंने अपनी कमजोरी को ही अपनी ताकत बनाया है. दरअसल, करन जब 12वीं की पढ़ाई कर रहे थे तब ही से उन्होंने तय किया था की वो MBA करेंगे और अगर MBA ही टार्गेट हे तो देश के बेस्ट इंस्टीट्यूट IIM से क्यूं नहीं. इसी सोच के साथ उन्होंने 12वीं से ही CAT को क्रेक करने के लिए पढाई शुरू की थी.